
राहुल बोले, तीन तरह के घोड़े, एक रेस का, एक बारात का, एक लंगड़ा, राहुल ने बताई कांग्रेस की रणनीति, इस पर ही अब काम होगा
RNE Special.
‘ हमारे पास तीन तरह के घोड़े है। एक रेस के, दूसरे बारात के और तीसरे लंगड़े घोड़े। हमें इन तीनों की पहचान करनी होगी और एक रणनीति से काम करना होगा। ‘ राहुल गांधी का कल का मध्यप्रदेश में दिया यह बयान खूब वायरल हो रहा है। भोपाल में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत पर हुई सभा में उन्होंने यह बयान दिया।
राहुल ने कहा कि हमारी दिक्कत ये है कि हम बारात के घोड़े को रेस में भेज देते है, जो एक चाबुक पड़ते ही बैठ जाता है। रेस के घोड़े को बारात में भेज देते है, जिसको चलने का अवसर ही नहीं मिलता। लंगड़े घोड़े पर हम दाव लगा देते है और हारते है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमें लंगड़े घोड़ों की पहचान करनी है और उनको आराम देना है। वो घास खाएं, आराम करें और रेस से बाहर रहें। राहुल ने इस बयान से कई बुजुर्ग नेताओं पर निशाना लगाया। राहुल के इस बयान को लेकर अब सभी राज्यों में कांग्रेस नेताओं में बहस छिड़ गई है।